सैयद हैदर रज़ा
सैयद हैदर रज़ा बिंदु शैली के मशहूर चित्रकार थे। वें भारत के सबसे महंगे मॉडर्न आर्टिस्ट में से एक थे। उन्हें फ़्रांस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान द लीजियन ऑफ़ ऑनर मिला था। पद्मश्री और ललित कला अकादमी की मानद सदस्यता मिली थी। साथ ही वें पद्मभूषण और पद्मविभूषण से नवाजे गए थे। सैयद हैदर रज़ा सैयद हैदर रज़ा का जन्म मध्यप्रदेश के मंडला जिले में 22 फरवरी, 1922 को हुआ था। पिता सैयद मोहम्मद रज़ा जिले के उपवन अधिकारी थे तथा माता का नाम ताहिरा बेगम था। बारह वर्ष तक का उनका बाल्य काल मंडला में गुजरा। फिर विद्यालयीन शिक्षा के लिए दमोह चले गए। रज़ा पढाई में बहुत कमजोर थे। अध्यापक जब क्लास में पढ़ात... more »
ज्ञानी जैल सिंह
ज्ञानी जैल सिंह भारत के सातवें राष्ट्रपति थे। वे बेहद धार्मिक व्यक्तित्व वाले इंसान थे। वह केवल एक दृढ निश्चयी और साहसी व्यक्तित्व वाले इंसान ही नहीं बल्कि एक समर्पित सिख भी थे। भारतीय राजनीति में आज भी उन्हें एक निरपेक्ष और दृढ़ निश्चय वाले व्यक्ति के रूप में याद किया जाता है। ज्ञानी जैल सिंह ज्ञानी जैल सिंह का जन्म 5 मई, 1916 को पंजाब प्रांत के फरीदकोट जिले के संधवान ग्राम में हुआ। पिता किशन सिंह एक किसान व बढई थे। जैल सिंह के बचपन में ही उनकी माता चल बसी थी। उनका पालन पोषण मौसी के देखरेख में हुआ। उनका असल नाम जरनैल सिंह था। जैल सिंह को शुरू से ही पढाई से ज्यादा लगाव नहीं था...more »
आर. वेंकटरमण
आर. वेंकटरमण भारतीय गणराज्य के आठवें राष्ट्रपति है। इससे पहले वह उपराष्ट्रपति भी रह चुके है। अपने कार्यों और उत्तरदायित्वों के प्रति बेहद संजीदा रहने वाले वेंकटरमण एक कुशल और परिपक्व राजनेता ही नहीं बल्कि बेहद सुलझे हुए और अच्छे इंसान भी थे। स्वतंत्रता संग्राम में योगदान के लिए इन्हें ताम्रपत्र से सम्मानित किया गया था। देश के ऐसे सच्चे कर्मठशील सपूत को भारत माता कभी नहीं भूल सकती। आर. वेंकटरमण रामस्वामी वेंकटरमण का जन्म 4 दिसंबर, 1910 को तमिलनाडु में तंजौर के पास पट्टुकोट्टय में हुआ था। पिता का नाम रामास्वामी अय्यर था और वें तंजौर जिले में एक वकील थे। वेंकटरमण की प्राथमिक शिक्षा... more »
नीलम संजीवा रेड्डी
नीलम संजीवा रेड्डी भारत के छठें राष्ट्रपति थे। वे एक राष्ट्रवादी व्यक्तित्व वाले व्यक्ति थे। सामान्य स्वाभाव लेकिन पक्के राष्ट्रवादी थे। दूरदर्शी नेतृत्व, मिलनसारिता और सहज उपलब्धता ने उन्हें जीवन के सभी क्षेत्रों में लोगों का परम प्रिय बना दिया। नीलम संजीवा रेड्डी नीलम संजीवा रेड्डी का जन्म 19 मई, 1913 को आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले में एक मध्यम वर्गीय परिवार हुआ था। कृषक परिवार में जन्मे होने के बावजूद वे एक कुशल नेता थे। उनके पिता का नाम नीलम चिनप्पा रेड्डी था जो कॉग्रेस के पुराने कार्यकर्ता और प्रसिद्ध नेता टी. प्रकाशम के साथी थे। परिवार की भगवान शिव में गहरी आस्था थी। संजीव... more »
डॉ जाकिर हुसैन
डॉ हुसैन स्वतंत्र भारत के तीसरे राष्ट्रपति थे। उनका अधिकांश जीवन शिक्षा को समर्पित रहा। सम्पूर्ण भारत को शिक्षित देखना उनका स्वप्न रहा है। वे पद्म विभूषण और भारत रत्न से सम्मानित किये गए। अपनी योग्यता और प्रतिभा के बुते उन्होंने एक शिक्षक से लेकर राष्ट्रपति जैसे उच्य पद तक का सफर तय किया। भारतीय राजनिती और शिक्षा के इतिहास में महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा। डॉ जाकिर हुसैन डॉ जाकिर हुसैन का जन्म 8 फरवरी, 1897 को हैदराबाद आंध्रप्रदेश के सुम्भ्रांत परिवार में हुआ। माता नाजनीन बेगम का प्लेग की बीमारी से ग्रस्त होने के कारण 1911 मे इंतकाल हो गया। हुसैन के जन्म ...more »
कल्पना चावला
कल्पना चावला एक भारतीय अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री और अंतरिक्ष शटल मिशन विशेषज्ञ थी। कल्पना चावला कल्पना चावला का जन्म 1 जुलाई 1961 को करनाल, हरियाणा में हुआ था। पिता बनारसी दास करनाल में व्यापार करते है और माता संजोगता गृहिणी है। करनाल से अपनी स्कूली शिक्षा पूर्ण करने के उपरांत कल्पना ने चंडीगढ़ स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश लेकर एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग का अध्ययन किया। परिवार रूढ़िवादी होने के कारण माता-पिता इंजिनियर बनने के पश्चात आगे उच्च अध्ययन के लिए अमेरिका भेजने को राजी नहीं हुए और तब अपने रूढ़िवादी परिवार की इच्छा के विरुद्ध कल्पना अमेरिका साहस करके चली गई। अमेरिका में अध्य... more »
सचिन तेंदुलकर
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर सर्वकालिक महानतम बल्लेबाज और सबसे अधिक प्रशंसनीय क्रिकेटर माने गये है। उन्होंने कई नये कीर्तिमान रचे और अनेकों पुराने कीर्तिमानों को ध्वस्त किया। वें अर्जुन अवार्ड, राजीव गांधी खेल रत्न, पद्म श्री, पद्म विभूषण और भारत रत्न से सम्मानित किये गये है। वर्तमान में वें राज्यसभा के सदस्य है। सचिन तेंदुलकर सचिन तेंदुलकर का जन्म 24 अप्रेल, 1973 को निर्मल नर्सिंग होम- दादर, मुंबई में एक मध्यम-वर्गीय परिवार में हुआ। वह परिवार में सबसे छोटे है। पिता रमेश तेंदुलकर प्रोफ़ेसर और विख्यात मराठी उपन्यासकारों में से एक थे तथा माता रजनी ने जीवन बीमा कंपनी के लिए कार्य ... more »
डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन
डॉ राधाकृष्णन स्वतंत्र भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति और द्वितीय राष्ट्रपति थे। उनके जन्म दिवस को भारत में 'शिक्षक दिवस' के रूप में मनाया जाता है। डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितम्बर, 1888 को तमिलनाडु के छोटे से गांव तिरुमनी में ब्राह्मण परिवार मे हुआ था। पिता सर्वपल्ली विरास्वामी गरीब थे पर एक विद्वान ब्राम्हण थे। परिवार की सम्पूर्ण जिम्मेदारी पिता पर होने के कारण राधाकृष्णन को बचपन से ही ज्यादा सुख सुविधाए नहीं मिली। बचपन तिरुमनी गांव मे ही व्यतीत हुआ और यहीं से शिक्षा प्रारंभ हुई। 1896 में पिता ने उनका दाखिला क्रिश्चियन मिशनरी संस्था लुथर्न मिशन स्कूल...more »
डॉ राजेन्द्र प्रसाद
राजेन्द्र प्रसाद भारतीय गणराज्य के प्रथम राष्ट्रपति है। उनका जीवन हमारा सार्वजनिक इतिहास है। वें सादगी, सेवा, त्याग और देशभक्ति के प्रतिमूर्ति थे। स्वतंत्रता आंदोलन में अपने आपको पूरी तरह से होम कर देने वाले राजेंद्र बाबू अत्यंत सरल और गंभीर प्रकृति के व्यक्ति थे। वे सभी वर्ग के लोगो से सामान्य व्यवहार रखते थे। लगभग 80 वर्षों के उनके प्रेरक जीवन के साथ-साथ भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के दूसरे चरण को करीब से जानने का एक बेहतर माध्यम उनकी आत्मकथा है। राजेन्द्र प्रसाद डॉ प्रसाद का जन्म 3 दिसंबर, 1884 को बिहार के एक छोटे से गांव जीरादेई में हुआ था। उनके पूर्वज संयुक्त प्रांत के अमोढ़ा न... more »
अब्राहम लिंकन
अब्राहम लिंकन को अमेरिका के प्रभावशाली राष्ट्रपतियों में गिना जाता है। वह अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति थे। उनका जीवन कड़े संघर्ष के बाद मिली सफलता की कहानी कहता है। अत्यधिक गरीबी से लेकर व्हाइट हाउस तक का सफर तय करने वाले लिंकन दो बार सीनेट के चुनाव में असफल हुए थे। इसलिए जिंदगी में कुछ पाना है तो हमें कभी हार न मानने वाली सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ना होगा, यह हमें लिंकन से सीखने को मिलता है। अब्राहम लिंकन अब्राहम लिंकन का जन्म 12 फरवरी, 1809 को हार्डिन काउंटी, केंटकी में एक गरीब अश्वेत परिवार में हुआ। उनके माता-पिता थॉमस और नैंसी हैंक्स लिंकन थे। थॉमस दंपति की दो और संतानें थी,... more »
नारायण मूर्ति
नारायण मूर्ति नागवार रामाराव नारायण मूर्ति का जन्म 20 अगस्त, 1946 को तत्कालीन मैसूर राज्य में कोलार जिले के कोटलागट्टा गांव के एक निर्धन ब्राह्मण परिवार में हुआ। उनके पिता नागवार रामाराव एक हाईस्कूल में अध्यापक थे, जो गणित और जीव-विज्ञानं पढ़ाते थे। उनके आठ बच्चे थे - पांच बेटियां और नारायण मूर्ति सहित तीन बेटे। रामाराव का प्रायः स्थानांतरण होता रहता था इसलिए मूर्ति को मैसूर, श्रीनिवासपुर, मांड्या, मेदिकरे और तुमकुर के कई सरकारी स्कूलों में पढने का मौका मिला। शुरू से ही उनकी रूचि विज्ञान और गणित में रही थी। हालाँकि पिता उन्हें सरकारी नौकरी में देखना चाहते थे पर मूर्ति का सपना प्र... more »
डॉ. रोनाल्ड रॉस
मलेरिया संबंधी जो खोज रोनाल्ड रॉस ने की वह कड़ी मेहनत व जूनून की बेमिसाल गाथा है। भारत में जन्मे और तत्कालीन इंडियन मेडिकल सर्विस के अधिकारी डॉ. रोनाल्ड रॉस ने मच्छर की आंत में मलेरिया के रोगाणु का पता लगाकर यह तथ्य स्थापित किया था कि मच्छर मलेरिया का वाहक है और मच्छरों पर काबू पाकर इस बीमारी पर काबू पाया जा सकता है। इस खोज ने इलाज में एक नए युग की शुरुआत की। रॉस को इस खोज के लिए नोबेल पुरस्कार से नवाजा गया। सिकंदराबाद की भीषण गर्मी, अत्यधिक उमस और खुद मलेरिया के शिकार होते हुए भी उन्होंने एक हज़ार मच्छरों का डिसेक्शन किया। यह काम कितना कठिन था, जानिये उन्ही के शब्दों में : डॉ. रोन... more »
महामति प्राणनाथ
महामति प्राणनाथ, मध्ययुगीन भारत के अंतिम संत-कवि थे। उन्होंने अपना समस्त जीवन धार्मिक एकता के लिए समर्पित किया था। इसके लिए प्रणामी नामक एक नए पंथ की स्थापना की जिसमे सभी धर्म के लोग सम्मिलित हुए। उनकी वाणी का सार 'तारतम सागर' ग्रंथ में संकलित है जिसमे सभी धर्मों के दिव्य ज्ञान का निचोड़ प्रस्तुत किया गया है। अब यह प्रणामी संप्रदाय का प्रमुख और पवित्रतम ग्रंथ है। महामति प्राणनाथ का जन्म 6 अक्टूबर, 1618 को जामनगर, गुजरात में हुआ। उनका असली नाम मेहराज ठाकुर था। वह जामनगर के दीवान केशव ठाकुर की पांच संतानों में से एक थे। उनकी माता धन बाई एक धर्मनिष्ठ महिला थी। उनके परिजन वैष्णव ... more »
विलियम शेक्सपियर
शेक्सपियर विश्व के चोटी के कवि और नाटककार थे। उन्होने मानव जीवन की शाश्वत भावनाओं को बड़े ही कुशल कलाकार की भांति चित्रित किया है। उसके पात्र आज भी जीवित दिखाई देते है। शेक्सपीयर को 'बार्ड ऑफ एवॉन' नाम से भी जाना जाता है। बार्ड का हिंदी में अर्थ कवि होता है। शेक्सपियर की कविताऐं, नाटक, और चौपाइयां चार सौ से ज्यादा सालों तक गांव गांव में गायी जाती रही। विलियम शेक्सपियर विलियम शेक्सपियर 26 अप्रेल, 1564 को स्ट्रेटफोर्ड-आन-ऐवोन, वार्विकशायर, इंग्लैंड में दीक्षित हुए थे। वह जॉन शेक्सपियर और मैरी अर्डेन की संतान थे। जॉन दंपति के चार पुत्र और चार पुत्रीयां थी। जॉन शेक्सपियर एक स्थानीय व... more »
एडिसन, थॉमस अल्वा
एडिसन विश्व के चोटी के आविष्कारक थे। एक जिज्ञासु और धुनी आविष्कारक, जिन्होनें अपनी युक्तियों को कठोर परिश्रम से साकार रूप दिया। वह बहुआयामी प्रतिभा के धनी थे। उन्होंने हजार से भी ज्यादा आविष्कार किये। बिजली के बल्ब के क्रांतिकारी आविष्कार ने उन्हें रातोंरात प्रसिद्धी के शिखर पर पहुंचा दिया। इसके आलावा एडिसन ने चलचित्र, फोनोग्राफ, टेलीग्राफ, माइक्रोफोन आदि ढेरों वस्तुएं बनाई। शायद इसलिए उन्हें "मेनलो पार्क का जादूगर" कहा गया। आइंस्टीन ने उन्हें ''सर्वकालिक महान आविष्कारक'' माना। सारी दुनिया ने उनकी प्रतिभा का लोहा माना और उन्हें 'जीनियस' कहकर बुलाया। थॉमस अल्वा एडिसन थॉमस अल्व...more »